Global Warming in Hindi | ग्लोबल वार्मिंग क्या है?

Global Warming in Hindi

Global Warming in Hindi: आज के समय मे global warming सबसे बड़ी समस्या है जिसकी तरफ कोई इतना ध्यान नही देता है। लेकिन हाँ सभी इसके बारे world environment day पर चर्चा जरूर करते है लेकिन इसको रोकने के लिए कुछ नही करते है। क्योकि आम लोगो को इसके बारे में अधिक जानकारी ही नही होती है। और वो लोग अपने रोज़ के कामो में व्यस्त रहते है।

परन्तु पिछले 10 से 20 सालों में जालवायु परिवर्तन का काफी असर देखने को मिला है। हमारे पर्यावरण में छोटे स्तर पर काफी बदलाव हुए है जिसके कारण आज के समय मे बहुत बुरे प्रभाव इसके देखने को मिल रहे है। आज के समय के कई जगहों पर बेमौसम बर्फबारी हो रही है तो कही सूखे के आसार नजर आ रहे है। मगर पृथ्वी का तापमान बढ़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह से जंगलों के कम होना। इसकी वजह से green houses gases का effect बढ़ रहा है। इन सभी चीज़ों के लिए केवल इंसान ही जिम्मेवार है जो कि केवल अपने स्वार्थ के लिए अपने ही पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रहे है। जिसका हमे एक दिन बुरा खामयाजा जरूर भुगतना पड़ेगा।

तो चलिए अब global warming के बारे में विस्तार से जान लेते ही कि यह क्या है। इसको कैसे रोका जा सकता है। और यदि धरती का temperature बढ़ गया तो इसका हम पर क्या असर होगा।

ग्लोबल वार्मिंग क्या है। इसके बारे में जानकारी

Global warming को जलवायु परिवर्तन के नाम से भी जाना जाता है। और इसका मतलब होता है। पृथ्वी के surface का तापमान बढ़ना।

पृथ्वी के surface के तापमान के बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण green house gases का हमारे वायुमंडल में लगातार बढ़ना है। इन green house gases में कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, प्राकृतिक गैस आदि शामिल है। लेकिन सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड गैस का ही योगदान है हमारे वायुमंडल को गर्म करने में, जिसका सबसे बड़ा कारण है कारखाने, वाहन और जंगलों की लगातार कटाई। जिसके कारण लगातर कार्बन गैस की मात्रा बढ़ती जा रही है और  इससे ऊपर वायुमंडल में एक मोटी परत बन जाती है जिससे कि सारी गर्मी हमारे वायुमंडल में ही फस कर रह जाती है और वायुमंडल से बाहर नही जा पाती है। तथा इसका असर पृथ्वी के surface पर पड़ता है जिससे कि यह गर्म होने लगता है।

studies से यह पता चला है कि यदि global warming से अपने आने वाले भविष्य को बचाना है तो हमे अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे और जंगलों को कटने से रोकना होगा। क्योकि ये पेड़ वायुमंडल में मौजूद कॉर्बन डाइऑक्साइड को सोख लेते है और oxygen को release करते है। जो कि वायुमंडल को ठंडा रखता है।

Global warming के कारण क्या है।

Global Warming in Hindi

अब तक आपको पता चल ही चुका होगा कि जलवायु परिवर्तन होने का सबसे बड़ा कारण कार्बन डाइऑक्साइड गैस कैसे है  लेकिन यह किन चीज़ों से फैलता है इसके पीछे कारण क्या है अब उसके बारे में जानते है।

उद्योगों से निकलने वाला प्रदूषण

उद्योगिक क्रांति जिसने बहुत से लोगो को नौकरियों के मौके प्रदान किये और लोगो को बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान किया, आज वो ही उद्योग सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड को हमारे वायुमंडल release कर रहे है। ये केवल वायु प्रदूषण ही नही फैला रहे है बल्कि जल प्रदूषण भी कर रहे है। आज के समय मे अगर हम देखे तो एक ही product को बनाने वाली कई companies है। जो कि वायु प्रदूषण को कई गुना तेज़ी से बढ़ा रही है। जिससे कि green house gases की मात्रा बढ़ रही है और ग्लोबल वार्मिंग का खतरा भी लगातर बढ़ता ही जा रहा है।

वाहन प्रदूषण

आज के समय मे अगर हम देखे तो लगभग हरेक घर में आपको bike या car तो देखने को मिल ही जाती है। और आज के समय मे लोग आने office भी अपने personal vehicle में ही जाना पसंद करते है जिससे कि सड़को पर शाम को जाम जैसी स्थिति देखना आम बात है और ऐसे समय मे एक ही जगह इतनी गाड़ियों से निकलने वाला कार्बन डाइऑक्साइड बहुत बड़ी मात्रा में वायु को प्रदूषित करता है। और global warming effect को भी बढ़ाता है।

खेती

अगर हम पहले के मुकाबले आज की स्तिथि देखे तो लगातर दुनिया की जनसंख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे में हमे दुनिया के लोगो का पेट भरने के लिए अधिक अनाज पैदा करने की जरूरत भी पड़ी है। जिससे पूरा करने के लिए जंगलों को काट कर और जला कर वहां खेत बनाये गए है। ताकि अनाज की पर्याप्त मात्रा में पैदावार किया जा सके। जिससे कि पर्यावरण को काफी नुकसान पहुँचा है। और ये भी एक global warming का कारण बन गया है।

 पेड़ों और जंगलों की कटाई

पेड़ो और जंगलों की कटाई का सबसे बड़ा कारण है खेती, पेपर उद्योग और जमीन की कमी को रहने के लिए पूरा करना है। जंगलों को काटने से केवल पर्यावरण को ही नही बल्कि जंगली जानवरों को भी नुकसान पहुंचता है।

ये जंगल हमारे पर्यावरण में मौजूद अधिकतम कार्बन डाइऑक्साइड को सोख लेते है और ऑक्सीजन को release करते है। जो कि हमारे जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। साथ ही यह हमारे पृथ्वी को ठंडा रखने में भी काफी मदद करते है। और यदि हम इन जंगलों को शहर बसाने के लिए, लकड़ियों को बेचने के लिए, उद्योग लगाने के लिए या किसी अन्य कार्य के लिए काटते रहे या जलाते रहे, तो ये सभी चीज़े global warming को न्योता देना ही होगा।

Global warming से होने वाले प्रभाव क्या होंगे।

ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हमारे वातावरण का तापमान बढ़ेगा, जिससे कि हमारे ग्लेशियर पिघलने शुरू हो जायेगें और इससे समुंदरों का जल स्तर भी बढेगा और जगह जगह पर सुनामी और चक्रवात जैसी स्थिति हमेशा बनी रहेगी और समुंदर के किनारे वाले शहर डूब जायेगे। केवल इतना ही नही बल्कि इससे मौसम में भी बड़ा उलट फेर देखने को मिलेगा और गर्मी के समय मे तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाएगा और ठंड के समय मे तापमान काफी गिर जाया करेगा। यहाँ तक कि इसका असर हम आज भी देख सकते है।

आज के समय मे मानसून अपने तय समय से पहले ही आ जाता है, गर्मी का मौसम देर से आता है और कई पहाड़ी इलाको में मार्च और अप्रैल के महीने में भी बर्फबारी देखने को मिल जाती है। जिसका असर फसल और आम जन जीवन पर पड़ता है। तथा ये सभी बदलाव केवल जलवायु परिवर्तन का ही नतीजा है।

Global warming को कैसे रोका जा सकता है।

Global warming को रोकने के लिए हमे green energy की तरफ अपने कदम को बढ़ाना होगा और लोगो को भी इसकी तरफ आकर्षित करना होगा। ताकि कम से कम कार्बन डाइऑक्साइड हमारे पर्यावरण में release हो और हमारा वायुमंडल ठंडा रहे।

हमे रोड पर चलने वाले वाहनों को traditional पेट्रोल और डीजल इंजन के बजाए electric vehicles के साथ बदलना होगा, ताकि रोज़ दिन चलने वाले वाहनों से निकलने वाला दुआ बंद हो सके और इससे green house effect भी कम होगा। सिर्फ इतना ही नही बल्कि हमे सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बिजली बनाने के लिए बड़े स्तर पर करना चाहिए ताकि बिजली की आपूर्ति के लिए कोयले के ऊपर ज्यादा depend न रहना पड़े तथा इससे भी कार्बन डाइऑक्साइड को पर्यावरण में बढ़ने से रोका जा सकता है। इतना ही नही बल्कि हम windmill लगा कर भी green energy को बना सकते है और इससे कोई भी वायु प्रदूषण नही होता है। और हम अपनी बिजली की आपूर्ति भी कर पाएंगे।

Conclusion

इस पोस्ट के माध्यम से आप ने जाना कि global warming क्या है यह कैसे हमे प्रभावित कर रहा है। इससे किस तरह के नुकसान हो सकता है। तथा इसको कैसे रोका जा सकता है।

आज के समय मे हमे ग्लोबल वार्मिंग के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है ताकि सभी लोग इसको रोकने के लिए अपना अपना योगदान दे सके। क्योकि यदि पृथ्वी का temperature केवल 2 से 3 degree ही बढ़ता है तो इससे गर्मी इतनी बढ़ जाएगी कि उसको सहन करना तक मुश्किल हो जएगा और इसकी वजह से ग्लेशियर भी तेजी से पिघलने लग जायेंगे जिसकी वजह से अचानक समुंदर के पानी का स्तर बढ़ जाएगा और तटीय इलाकों में बाढ़ और तूफान जैसी स्थिति हमेशा बनी रहेगी और हो सकता है कि बहुत से छोटे छोटे टापू और द्वीप डूब जाए।

यदि हमने जल्द ही इसके बारे जरूरी कदम नही उठाएं और समय रहते global warming को control नही किया तो शायद हमे जल्द ही इसके दुष्परिणाम देखने को मिले। इसलिए हमें आज से ही green houses gases के effect को कम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ो को लगाना चाहिए, ताकि हमारा भविष्य सुरक्षित रह सके।

दोस्तो आप लोगो को हिमारी global warming के बारे में जानकारी कैसी लगी आप comment में जरूर अपनी राय दे। और इस post को आने दोस्तो और social media platform पर जरूर share करे ताकि अधिक से अधिक लोग global warming को लेकर जागरूक हो सके।

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